कुछ स्थानों पर सोयाबीन की शीघ्र पकने वाली किस्में कटाई करने योग्य अवस्था में है। अतः कृषकों को सलाह है कि सोयाबीन की फलियों के चटकने से होने वाले नुकसान को बचाने तथा बारिष से सोयाबीन बीज की गुणवत्ता बनाएं रखने हेतु शीघ्रातिषीघ्र सोयाबीन की फसल को कटाई (सोयाबीन की फलियों का रंग बदलने पर) कर सुरक्षित स्थान पर इकट्ठा कर तारपोलिन से ढंक कर रखें।
कृषकों को यह भी सलाह है कि विगत सप्ताह हुई बारिष के कारण प्रभावित कटी हुई सोयाबीन को शीघ्रातिषीघ्र सूखे स्थान पर स्थानांतरित करें एवं दिन में 2-3 बार उलट - पुलट करके सुखाएं एवं अच्छी तरह सूखने पर गहाई करें।
आगामी वर्ष बौवनी हेतु उपयोगी सोयाबीन बीज के लिए उगाई गई सोयाबीन की गहाई 350 से 400 आर.पी.एम. वाले थ्रेषर से करें जिससे कि बीज अंकुरण पर विपरीत प्रभाव ना हो।